|
महर्षि पाणिनि-प्रभा |
ॐ |
|
||
वैज्ञानिक संस्कृत साहित्य |
आ नो॑ भ॒द्राः क्रत॑वो यन्तु वि॒श्वतोऽद॑ब्धासो॒ अप॑रीतास उ॒द्भिदः॑। दे॒वा नो॒ यथा॒ सद॒मिद् वृ॒धे अस॒न्नप्रा॑युवो रक्षि॒तारो॑ दि॒वे दि॑वे॥ ऋग्वेद १.८९.१ महर्षि पाणिनि-प्रभा का परिचय- यह पाणिनि कन्या महाविद्यालय की एकमात्र मुखपत्रिका है, जो हर दो महीने के अन्तराल पर प्रकाशित होती है। इस पत्रिका का प्रथम प्रकाशन ५ मार्च २००७ को आर्यजगत् और महिलाजगत् की गौरव, वेद-विदुषी, पाणिनि कन्या महाविद्यालय की संस्थापिका पूज्या आचार्या डॉ. प्रज्ञा देवी की ७०वीं जयन्ती के पुण्य प्रेरणापद शुभ अवसर पर किया गया। इस पत्रिका की एकमात्र संरक्षिका इस महाविद्यालय की विदुषी आचार्या मेधा देवी जी रही हैं, जिनका निधन २९ अगस्त २०१० को इसी पुण्यभूमि पर हुआ। आरम्भ से ही इस पत्रिका की सम्पादिका इस महाविद्यालय की विदुषी स्नातिका और वर्तमान में यहाँ की प्रधानाचार्या आचार्या नन्दिता शास्त्री चतुर्वेदी रही हैं। इस पत्रिका की सहसम्पादिका आचार्या डॉ. प्रीतिविमर्शिनी हैं जो कि इस विद्यालय की विदुषी स्नातिका हैं तथा यहीं पर अध्यापन का कार्य कर रही हैं। महर्षि पाणिनि-प्रभा का उद्देश्य- इस पत्रिका का उद्देश्य अपनी पुरातन आर्ष वैदिक संस्कृति को विशुद्ध रूप में जन-समाज में प्रचारित प्रसारित करना व समाज में फैले ढोंग, पाखण्ड व अन्धविश्वास को दूर करना है, जिससे अविद्यान्धकार दूर हो और लोग ईश्वर, धर्म और राष्ट्रभक्ति के सही स्वरूप को जानें। साथ ही देश की नारियाँ अपने अधिकार और कर्तव्य के प्रति जागृत हों। अक्टूबर-दिसम्बर संयुक्ताङ्क २०१२ जुलाई-सितम्बर संयुक्ताङ्क २०११ अक्टूबर-दिसम्बर संयुक्ताङ्क २०११ |
सम्पादिका
|
|
This site is sponsored & developed by Dr. Umesh Kumar Singh |
Last updated: January, 2013 |