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अवधी भाषा न्यास |
ॐ |
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मध्यकालीन
अवधी कवि |
निज
भाषा उन्नति अहै
सब उन्नति को मूल। बिन
निज भाषा ज्ञान
के मिटै न हिय को
शूल॥
भारतेन्दु
हरिश्चन्द्र वर्तमान
अवधी कवि वर्तमान
समय में भी अवधी
भाषा के बहुत कुल
ले कवि अहें, जेनके
बारे में जनता
के बहुत कम जानकारी
बा। एहि उद्देश्य
से यहि वेबसाइट
पे ओनके सबके बारे
में संक्षिप्त
जानकारी उपलब्ध
करावै के प्रयास
किहा जात बा। आप
सब के सहयोग अपेक्षित
बा। अबहिँउ बहुत
कवि औ लेखक ऐसन
बाटें जेनके बारे
में कौनो जानकारी
नाँइ मिलि पाए
बा, लेकिन जेनके
बारे में जेतना
जानकारी मिली
बा ओतना आप सब के
सेवा में उपलब्ध
करावा जात बा। १. डॉ.
आद्या प्रसाद
सिंह ‘प्रदीप’ सुदामा
कै तण्डुल, शबरी
कै बेर, सुलोचना
(सभी खण्डकाव्य) हनुमान
चरित (महाकाव्य) दुर्गा
शप्तशती (खण्डकाव्य) १. संकठा
प्रसाद सिंह ‘देव’ २. मथुरा
प्रसाद सिंह ‘जटायु’ सोने
के पुलई (कहानी) ३. पं.
फूल चन्द्र पाण्डेय ४. पं.
मदन मोहन पाण्डेय
‘मनोज’ ५. पं.
त्रिलोचन शास्त्री ६. मान
बहादुर सिंह ७. राममूर्ति
यादव ‘संग्राम
सितारे हिन्द’ ८.
पं.
राम सुभग पाण्डेय
‘विकल कुम्भवी’ ९.
बृजेश
कुमार पाण्डेय
‘इन्दु’ १०.
ओंकार
नाथ श्रीवास्तव
‘ओंकार’ |
संरक्षक-मण्डल (वैज्ञानिक,
अमेरिका) |
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Last updated: 22 March, 2012 |